मंत्र का अर्थ

खर्ज और ओंकार का अभ्यास क्या है ?

खर्ज और ओंकार का अभ्यास क्या है ?

गायकी में गले का तैयार होना बहुत आवश्यक है. गला अगर तैयार है तो गायकी स्वाभाविक रूप से, बिना ज्यादा प्रयास किये होती है. फिर सुर का सही ज्ञान हो तो संगीत सीखना आसान हो जाता है.

गले की तैयारी के दो हिस्से हैं. Read More : खर्ज और ओंकार का अभ्यास क्या है ? about खर्ज और ओंकार का अभ्यास क्या है ?

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